भारत में अलग-अलग धर्मो के लोग रहते है | यहाँ धर्म का दर्जा कानून से भी ऊपर दिया गया है | हर कोई व्यक्ति प्रातःकाल मंदिर जाता है और अपने दुखो का निवारण करने की भगवान से प्रार्थना करता है | लेकिन आज हम आपको वह उपाय बतायेंगे जिससे आपके जीवन में दुखो का अंत होना शुरू हो जाएगा | हनुमान चालीसा की सिर्फ एक चौपाई ही जीवन के सब दुखो का नाश कर देती है |
हनुमान चालीसा का विद्वानों ने सबसे बड़ा उपनिषद या वेद माना है | ऐसा कहा जाता है की जो प्रभाव व्यक्ति के वेद, उपनिषद और अनेक धर्म ग्रन्थ पढ़ने पर भी नहीं पड़ता है उससे भी अधिक लाभ व्यक्ति के हनुमान चालीसा पढ़ने पर होता है | यदि आप प्रातः काल हनुमान चालीसा का पाठ करते है तो आपके घर में खुशियों की बौछार हो जायेगी | आईये इन चौपाईयों को जाने...
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर |
जय कपीश तिहु लोक उजागर | |
रामदूत अतुलित बलधामा |
अंजनी पुत्र पवनसुत नाम | |
हनुमान जी की यह चोपाई बहुत ही कारगर है | इसका प्रयोग महिला या पुरुष दोनों कर सकते है | इसका नियमित पाठ करने से मनुष्य की शारीरिक कमजोरी दूर होती है और व्यक्ति का शरीर बलवान होता है | इस चोपाई का अर्थ है, हे ! हनुमान जी आप ज्ञान गुण्य थान है | आपका ज्ञान सागर के समान है | आपके ज्ञान रूपी दिव्यतेज से तीनो लोक प्रकाशमान होते है | इस चोपाई में हनुमान जी का परिचय दिया गया है | हनुमान जी भगवान राम के दूत है और अत्यंत बल के भण्डार है | वे धरती का सञ्चालन करने वाले पवन देवता के पुत्र है और अंजनी उनकी माता है यदि यह चोपाई नियमित रूप से पढ़ी जाए तो शारीरिक कमजोरी दूर होती है |
संकट कटे मिटे सब पीरा | जो सुमरे हनुमत बलबीरा | |
इस चोपाई से व्यक्ति के जवान के सारे दुखो का नाश हो जाता है | इसमें कहा गया है की जो व्यक्ति हनुमान का भजन करता है उसे जीवन के समस्त दुखो से छुटकारा मिल जाता है |
हनुमान जी सभी देवो में श्रेष्ठ है | ऐसा कहा जाता है की जब भगवान राम ने जल समाधी ली थी उस समय हनुमान जी को उन्होंने धरतीलोक पर प्रलय के अंत तक रहने का आदेश दिया था | इसलिए आज भी हनुमान जी धरतीलोक पर है | इन्हे कलयुग में सब दुखो का अंत करने वाला देवता कहा जाता है |